आजमगढ़। मेंहनगर थाना क्षेत्र फिनहिनी गांव के कोटेदार द्वारा सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी करने व विरोध करने पर फायरिंग का मामला वीडियो सामने आने के बाद तूल पकड़ लिया है। इस मामले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं ग्रामीण कोटे की दुकान को निरस्त करने की मांग पर जुटे हुए है।
बता दें कि मेंहनगर थाना क्षेत्र के फिनिहिनी गांव के कोटेदार ने सोमवार को खाद्यान्न की निकासी कारायी थी। पिकअप से खाद्यान्न गोदाम पहुंचा तो आधा उतारने के बाद बाकी खाद्यान्न सीधे बाजार भेजा जा रहा था। इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणों ने पिकअप रोक लिया। इसी बात को लेकर कोटेदार रामप्यारे पांडेय से विवाद हो गया।
तभी कोटेदार पक्ष के कुछ लोग असलहों के साथ आये और दहशत फैलाने के लिए फायरिंग शुरू कर दिये। इस दौरन मची अफरातफरी में पिकअप की चपेट में आकर गांव के हंसनाथ पांडेय घायल हो गए थे। इसके बाद ग्रामीणों ने तीन लोगों को पकड़कर उनकी धुनाई की और पुलिस को सौंप दिया। एसडीएम प्रियंका प्रियदर्शिनीने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच का आश्वासन दिया। उस समय पुलिस ने फायरिंग से इनकार कर दिया लेकिन जब वीडियो वायरल हुई तो पुलिस ने हंसनाथ की तहरीर पर कोटेदार रामप्यारे पांडेय, बैकुंठपुर निवासी सूरज मिश्रा, रासेपुर निवासी कर्मबीर कुमार, संदीप यादव, विशाल सिंह आदि छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष दुजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ एसडीएम के निर्देश पर पूर्ति निरीक्षक रणधीर कुमार मंगलवार को फिनीहिनी में जांच के लिए पहुंचे। ग्रामीणों से पूछताछ की। बयान दर्ज किए। पूर्ति निरीक्षक रणधीर ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया है कि कोटेदार ने अनियमितता की है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।