कारगिल शहीदों की स्मृति में आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील के नत्थूपुर गांव में हर वर्ष लगने वाला शहीद मेले का आयोजन इस बार कोरोना के कारण नहीं लगा। केवल शहीद सैनिक रामसमुझ यादव की श्रद्धाजलि सभा के बाद परिजना ने एक हजार पैकेट कोरोना कीट को गांव-गांव बांटी । परिजनों के इस कदम की लोग पूरे जिले में सराहना कर रहे है।
बतातें चलें कि रामसमुझ यादव का जन्म 30 अगस्त 1977 को एक किसान परिवार में हुआ था। बचपन से ही मन में देश सेवा का जज्बा रखने वाले रामनाथ यादव व प्रतापी देवी का बेटा 1997 में वाराणसी में आर्मी में भर्ती हुआ। 30 अगस्त के दिन ही 1999 में देश की आन-बान और शान की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। उनकी शहादत के अवसर पर हर वर्ष उनके पैतृक गांव स्थित शहीद पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना के कारण केवल श्रद्धाजलि सभा का आयोजन किया गया जबकि मेले का आयोजन रद्द कर दिया गया। रामसमुझ के भाई इस बार गांव में घर-घर कोरोना कीट बांट रहे है। रामसमुझ के भाई ने बताया कि कोरोना के कारण शहीद मेले का आयोजन नहीं किया गया है। लेकिन मेले में जितना खर्च होता था उसी अनुपात में इस बार कोरोना कीट बांटने का फैसला लिया गया। जिसके तहत एक हजार कोरोना कीट गांव-गांव बांटी जा रही है। कीट में सेनेटाइजर, मास्क, गमझा, सामुन आदि सामान है।