संबंधित दबंग कोतवाल के ऊपर कार्यवाही न किए जाने की स्थिति में पत्रकार ने दी एसपी ऑफिस के सामने आत्मदाह करने की धमकी। शासन प्रशासन के ढुलमुल नीतियों और रवैया के चलते इन दिनों लगातार पत्रकारों के ऊपर गाज गिर रही है एक तरफ जहां पर ताबड़तोड़ पत्रकारों की हत्या हो रही है। चाहे वह गाजियाबाद का विक्रम जोशी हत्याकांड अथवा बलिया के पत्रकार रतन सिंह की निर्मम तरीके से गोली मारकर हत्या कर दी गई हो इसी के साथ पिछले दिनों मेरठ में एक पत्रकार को गोली मारकर घायल कर दिया गया था तो अभी इलाहाबाद में पत्रकार की पिटाई के मामले में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने बेतुका बयान दिया मामला ठंडा नहीं पड़ा था कि अमेठी में रविवार की शाम लॉकडाउन के दिन पुलिस चेकिंग के दौरान जनता से दुर्व्यवहार कर रही अमेठी कोतवाली पुलिस का जब पत्रकार द्वारा वीडियो बनाया जाने लगा। तभी पुलिस वालों ने पहुंचकर उसकी मोबाइल छीन ली। वहीं पर कोतवाली प्रभारी श्याम सुंदर के द्वारा उसका परिचय पूछा गया। जब उसने बताया कि मैं मीडिया से हूं और अपने संस्थान का नाम बताते हुए बताया कि मैं जिले का ब्यूरो चीफ हूं। इसके बावजूद कोतवाल महोदय का पारा कम नहीं हुआ। उन्होंने गंदी गंदी गालियां देते हुए पत्रकार के साथ अभद्रता शुरू कर दी। जिस पर पत्रकार अपनी मोबाइल लेकर भाग खड़ा हुआ और कुछ ही दूरी पर जाकर उसने पुलिस क्षेत्राधिकारी अमेठी पीयूष कांत राय को फोन लगाकर मामले की सूचना दी।