जनपद आगरा के तहसील बाह पिनाहट क्षेत्र से सटी चंबल नदी इन दिनों राजस्थान और मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते उफान पर है। चंबल नदी के जलस्तर में शनिवार से उफान देखा गया जहां चंबल का जलस्तर लगातार रविवार और सोमवार को बढ़ता रहा। चंबल के जलस्तर को बढ़ता देख चंबल किनारे बसे एक तटवर्ती गांव के लोगों में हड़कंप मचा रहा। वहीं ग्रामीण नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर दहशत में नजर आए। पिछले वर्ष चंबल में आई भयंकर बाढ़ को लेकर कई गांव चपेट में आ गए थे और लोगों को गांव में पानी घुसने के बाद बेघर होना पड़ा था। वहीं प्रशासन द्वारा ग्रामीण इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई गई थी, चंबल का रौद्र रूप देखकर ग्रामीणों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इस वर्ष चंबल में बाढ़ को लेकर ग्रामीण और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क दिखाई दिए। राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने एवं मध्य प्रदेश के पार्वती नदी बांध से पानी चंबल नदी में आने से सोमवार को देर रात तक चंबल का जलस्तर बढ़कर पिनाहट घाट पर 124 मीटर तक पहुंच गया। चंबल का जलस्तर बढ़ने के साथ मंगलवार को दोपहर बाद नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा तो लोगों ने राहत की सांस ली। वही चंबल का जलस्तर घटकर 122 मीटर हो गया, अब पानी की गति भी धीमी हो गई है और धीरे-धीरे जलस्तर नदी में घट रहा है जहां तटवर्ती इलाकों के गांव के लोगों ने राहत भरी सांस ली है। मगर पिनाहट घाट पर अभी स्ट्रीमर का संचालन पूरी तरह से बंद है। स्ट्रीमर संचालन अभी शुरू नहीं कराया गया है।