Hartalika Teej 2020 Special Sweets Recipes दुध पेडा कजली तीज Kajari Teej Festive Sweets Recipe

Real Desi Taste 2020-08-20

Views 6

#FestiveSweetRecipe #TeejSpecial #HartalikaTeej #TeejSweets #KajariTeej #कजलीतीज #MilkPeda #PedaSweets #Peda

Hartalika Teej 2020 Special Sweets Recipes | दुध पेडा | कजली तीज | Kajari Teej Festive Sweets Recipe

In This Video i have shared Teej Festival Sweets Recipe for Hartalika Teej and Kajari Teej Sweets Recipe. If you enjoy my Hartalika Teej Sweet recipe then please Like, Share and Subscribe my Channel RealDesiTaste

How do Kajari Teej celebrate?
On the day of Kajari Teej, married women fast for the long life of their husbands and unmarried girls fast for this festival. On this day, barley, gram, rice and wheat sattu are made and mixed with ghee and nuts to make a variety of food. The fast is broken after worshiping the moon.

Also, cows are worshiped on the day of Kajari Teej. Also, on this day, swing in the house and women gather and dance and sing songs. Kajari songs are an integral part of this festival. Neem is also worshiped on Kajari teej. Then there is the tradition of sacrificing the moon.

importance of Kajari Teej
Kajari Teej is celebrated by the people to welcome the monsoon after a harsh summer. Kajari Teej is one of the three Teej festivals celebrated throughout the year. Devotees like Akha and Hariyali Teej make special preparations for Kajari Teej.

Worshiping Goddess Parvati on this day is considered auspicious. Women who worship Goddess Parvati on Kajari Teej are blessed with a respectful relationship with their husbands.

Kivandati is that after taking 108 births Goddess Parvati succeeded in marrying Lord Shiva. This day is celebrated as an honor of selfless love. It was selfless devotion that led Lord Shiva to finally accept Goddess Parvati as his wife.

कजली तीज कैसे मनाते है?
कजली तीज के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयू के लिए व्रत रखती है और अविवाहित लड़कियां इस पर्व पर अच्छा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन जौ, चने, चावल और गेंहूं के सत्तू बनाये जाते है और उसमें घी और मेवा मिलाकर कई प्रकार के भोजन बनाते हैं। चंद्रमा की पूजा करने के बाद उपवास तोड़ते हैं।

इसके अलावा, कजली तीज के दिन गायों की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन घर में झूले लगाते है और महिलाएं इकठ्ठा होकर नाचती है और गाने गाती हैं। कजरी गाने इस उत्सव का एक अभिन्न हिस्सा हैं। Kaj li teej पर नीम की पूजा भी की जाती है। उसके बाद चाँद को बलिदान देने की परंपरा हैं।

कजरी तीज का महत्त्व
कड़ी गर्मी के बाद मानसून का स्वागत करने के लिए लोगों द्वारा कजरी तीज मनाई जाती है। कजरी तीज पूरे साल मनाए जाने वाले तीन तीज त्योहारों में से एक है। अखा और हरियाली तीज की तरह भक्त कजरी तीज के लिए विशेष तयारी करते हैं।

इस दिन देवी पारवती की पूजा करना शुभ माना जाता है। जो महिलाएं कजरी तीज पर देवी पार्वती की पूजा करती है उन्हें अपने पति के साथ सम्मानित संबंध होने से आशीर्वाद मिलता है।

किवंदती यह है की 108 जन्म लेने के बाद देवी पार्वती भगवान शिव से शादी करने में सफल हुई। इस दिन को निस्वार्थ प्रेम के सम्मान के रूप में मनाया जाता है। यह निस्वार्थ भक्ति थी जिसने भगवान् शिव को अंततः देवी पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने का नेतृत्व किया।


Welcome to RealDesiTaste C

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS