किसानों को फसल के प्रति उन्नत बनाने और किस फसल में कितना उत्पादन आता है, किसान को कौन सी फसल लगाना चाहिए जिससे उसे फायदा हो इसको लेकर शाजापुर कृषि विज्ञान केंद्र में फसल संग्रहालय स्थापित किया गया है। इस फसल संग्रहालय में 2 दर्जन से अधिक किस्मो की फसलें लगाई गई है ताकि किसान को यह बताया जा सके कि वह एक ही तरह की फसल या एक ही तरह के बीच में ना उलझे रहें। कई ऐसे बीज ओर फसल भी होते हैं जिन से पैदावार ज्यादा होती है और किसानों को फायदा भी ज्यादा होता है। कृषि विज्ञान केंद्र की इस व्यवस्था को देखने के लिए शाजापुर जिले के सैकड़ों किसान यहां पर आ रहे हैं और देख कर समझ कर जा रहे हैं शाजापुर कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ एसएस धाकड़ ने बताया की संग्रहालय में हम ने कई प्रकार की फसल लगाई है। ज्वार,हल्दी,अदरक, उड़द, सोयाबीन, अरहर, मूंग, सहित अन्य फसलें लगाई है इनकी कई किस्म स्थापित की है सोयाबीन की 22 किस्म लगाई । थोड़े थोड़े स्थान पर इन फसलों को लगाया गया है और किसानों को यह बताया जा रहा है कि आप बदल बदल कर फसल करें। कई किसानों को फसल के एक बीज को लेकर भ्रम रहता है। उससे अच्छा दूसरा कुछ नही है। जबकि ऐसा नही है। वर्तमान में ज्वार लगाना लोगो ने बन्द कर दिया जबकि ज्वार की मांग ज्यादा है और उस पर दाम भी अच्छे मिलते है। आदि बातो की जागरूकता को लेकर हमने संग्रहालय स्थापित किया है यहां पर सभी किस्म की फसलें थोड़े-थोड़े प्लाट में लगाई है ताकि किसानों को सुविधा हो सके। ओर किसानों को संबंधित फसल की सभी बातें समझाई जा सके।