जयपुर। 'धवल धाम ऊपर नभ चुंबत,कलस मनहुं रबि- ससि- दुतिनिंदत
बहु मनि रचित झरोखा भ्राजहिं गृह गृह प्रति मनिदीप बिराजंहि'
तुलसीदास रचित रामचरित मानस की ये पंक्तियां गवाह है उस पल की, जब जब श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या लौटे थे और पूरी अयोध्या नगरी उनके स्वागत में दीयों की रौशनी से जगमगा रही थी। कलियुग में एक बार फिर त्रेता युग साकार हो उठा है। बरसों बाद रामलला जो आ रहे हैं...आइए आपको ले चलते हैं श्रीराम की नगरिया में जहां राम नाम धुन की गूंज के साथ घर-घर बधाई गीत गाए जा रहे हैं।
चारों ओर फहराती राम पताकाएं, पीले रंग से सजे मार्ग, दीवारों पर उकेरी गईं राम चित्र कथाएं और उल्लास को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे कण—कण में राम बसे हैं। उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या राममय हो चुकी है। 5 अगस्त का दिन जैसे-जैसे पास आ रहा वैसे-वैसे अयोध्या के मंदिर और लोग उत्सव के माहौल में रमते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अयोध्या में अभिजीत मुहूर्त में रामजन्म भूमि स्थल पर नींव में चांदी की शिला रख कर मंदिर का शिलान्यास करेंगे। रामलला विराजमान के अपने मंदिर में प्रतिष्ठापित होने में अब कुछ साल ही लगने हैं। अयोध्या में सभी तैयारियां करीब—करीब पूरी हो चुकी हैं। पीएम के स्वागत के लिए विहिप, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रशासनिक अमला मिल कर काम कर रहा है। शहर की सीमाएं सील कर दी गई हैं। बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक भी लगा दी गई है। स्थानीय लोगों को पहचान पत्र रखना अनिवार्य है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। ट्रस्ट की ओर से सबसे पहला न्योता इकबाल अंसारी को दिया गया, जो सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की ओर से पक्षकार थे। इकबाल अंसारी भूमि पूजन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी करेंगे। इनके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया गया है। राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले अशोक सिंघल के परिवार के सदस्यों को भी बुलाया गया है।
भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी, सुप्रीम कोर्ट में रामलला का केस लडऩे वाले के. परासरण जैसे बड़़े लोग नहीं आ पाएंगे। हालांकि इनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है। इनके अलावा कल्याण सिंह, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज भी कोरोना संकट के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंचेंगे।
हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी महंत राजू दास ने बताया कि बुधवार को हनुमानगढ़ी मंदिर में पीएम मोदी का दर्शन कार्यक्रम सात मिनट का होगा। इसमें से तीन मिनट तक पुजारी वैदिक मंत्रोच्चारण करेंगे। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हनुमानगढ़ी मंदिर में जाएंगे। अयोध्या में पीएम के कार्यक्रम का यह पहला पड़ाव होगा। आपको बता दें पीएम मोदी 5 अगस्त को सुबह 11 से 11.15 बजे के बीच अयोध्या पहुंचेंगे। वह यहां करीब 3 घंटे रुकेंगे। दोपहर करीब 2 बजे पीएम अयोध्या से रवाना हो जाएंगे।