जिसने प्रकृति को भी मात देकर अपने पैरों से कॉपी लिखकर बोर्ड परीक्षा में 82 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किये हैं। कृष्ण कुमार के जन्म से ही दोनों हाथ नहीं है लेकिन वह पढ़ाई के लिए हर दिन 10 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाता था। होनहार छात्र ने मऊगंज उत्कृष्ट विद्यालय के टॉप टेन छात्रों में जगह बनाई है। अब वह घर की हालत देखकर वह सिर्फ इतना चाहता है कि क्लर्क की नौकरी मिल जाए, तो पूरा परिवार गरीबी से बाहर निकल सके।