जनेऊ एक संस्कार है, किसी ने उन्हें भारतीय संस्कृति से जोड़ा है तो इसमें गलत क्या है?

NewsNation 2020-07-27

Views 861

चंद्रशेखर आजाद को जनेऊधारी या तिवारी लिख दिया गया तो उसमें गलत क्‍या है? महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का पराक्रम हर हिंदुस्‍तानी के लिए प्रेरणा है. उन्‍होंने पूरा जीवन जंग-ए-आजादी के लिए कुर्बान कर दिया. अभी चार दिन पहले 23 जुलाई को देश ने इस वीर सपूत की जयंती पर नमन किया. तभी से चंद्रशेखर आजाद के तिवारी और जनेऊधारी होने को लेकर बहस छिड़ गई है. इस मुद्दे पर नोएडा से दर्शक उदय कुमार मुन्‍ना ने कहा, जनेऊ एक संस्कार है. अगर किसी ने सकारात्मक बनकर उन्हें भारतीय संस्कृति से जोड़ा है तो इसमें गलत क्या है? चाहे वो जनेऊधारी हों चाहे वो टोपीधारी हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
#जनेऊधारी_आजाद #DeshKiBahas 

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS