नीमच जिला मुख्यालय से करीब 65 और मनासा विकासखंड मुख्यालय से करीब 34 कि मी .दूर कंजार्डा पठार में भरड़ा खोह नाम का प्रसिद्ध स्थान है। मूल रूप से कंजार्डा पठार की ग्राम पंचायत चौकड़ी के अधीन आने वाले भरड़ा दोह को झरनेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी पुकारा जाता है।भरड़ा दोह में हुए दूधवा नदी झरने के रूप में उपर से गिरती है जो नदी का पानी गिरता है तो यह झरने का रूप ले लेता है। झरना और इसके आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है। भरड़ा दोह के नजदीक शिव मंदिर भी है। जहां हर साल दूर दूर से कावड़ यात्री आकर दर्शन करते हे वर्तमान में इस मंदिर में 31 महीने से लगातार दिन रात सुंदर कांड पाठ आयोजन चल रहा है, ग्रामीणों के अनुसार बारिश व सावन महीने में झरने और इसके प्राकृतिक स्वरूप का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से लाखो की संख्या में भक्त आते हैं, लेकिन इस वर्ष लॉक डाउन के चलते बाहर से आने वाले सैलानियों की भिड़ नजर नहीं आई , यह जलप्रपात नीमच जिले का सब से बड़ा झरना हे हो तेज बारिश में बहुत ही मनमोहक व सुंदर दिखाई देता है। भरड़ा दोह में झरनेश्वर महादेव मंदिर के विकास के लिए ग्राम पंचायत चौकड़ी के सरपंच प्रेमचंद धाकड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि कई स्तर पर कोशिश कर रहे हैं।