एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए टोल फ्री नम्बर जारी कर दिया है, वही कुछ भ्रष्टाचारी रिश्वत लेने से बाज नही आ रहे हैं। मामला कौशाम्बी जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस्माइलपुर कड़ा का है जहाँ सरकारी हॉस्पिटल में तैनात सरकारी फार्मासिस्ट बिरेन्द्र ने गरीब जनता से मेडिकल रिपोर्ट बनवाने के नाम पर 500 रुपये की रिश्वत लेने का वीडियो सोशल मीडिया में हुआ वायरल। बताते चले कि विकास खण्ड कड़ा के अंतर्गत कानेमइ में नाली को लेकर दो पकछो में विवाद हुवा था, जिसमे दोनों पक्षों को मिलाकर 14 लोग जख्मी हुए थे, जिसकी सूचना दोनों पक्ष के लोग सैनी कोतवाली में जाकर लिखित लशिकायत दर्ज कराई। उसके बाद दोनों पक्षों को सैनी पुलिस ने होमगार्ड के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस्माईलपुर कड़ा मेडिकल जांच कराने के लिए भेज दिया। मेडिकल जांच कराने गए सभी लोगो की जांच व इलाज डॉ. कुश शर्मा के निगरानी में हुआ जांच करने के बाद ही डॉ. कुश शर्मा वहाँ से बाहर चले गए। उसके बाद अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट बिरेन्द्र ने पीड़ितों से मेडिकल जांच की रिपोर्ट देते समय कहा कि डॉ. साहब ने कहा है कि सभी लोगो से रिपोर्ट बनाने का पैसा लेकर रिपोर्ट दे देना। जिस पर पीड़ितों से जबरन 500 रु की वसूली की गई। वहीं जब डॉक्टर कुश शर्मा से इस विसय में जानकारी ली गयी तो उन्होंने कुछ इस प्रकार अपनी सफाई पेश की। अब यह देखना है कि क्या जिला प्रशासन य स्वस्थ विभाग ऐसे लोगो पर क्या कोई उचित कार्यवाही करेगा जो कि एक चिंता का विषय है।