शाजापुर में एनएच 52 पर 18 लाख की हुई लूट के मामले में कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने आरोपियों से 18 लाख रुपए सहित घटना में प्रयुक्त कार को भी जप्त किया है मामले में फरियादी ही आरोपी निकले हैं। आरोपित इंदौर के रहने वाले हैं पुलिस ने 24 घंटे में ही इस मामले का खुलासा किया है। सीसीटीवी पुलिस कंट्रोल रूम पर एसपी पंकज श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी दी। आपको बता दें कि एक दिन पूर्व ब्यावरा से कार के द्वारा व्यापारियों से एकत्रित कर 1800000 रुपए की राशि लेकर इंदौर की ओर दो लोग जा रहे थे, जिन्होंने रात करीब 9:00 बजे कोतवाली थाने पर आकर सूचना दी कि शाजापुर बाईपास पर गिरवर पुलिया के पास हमारे साथ अज्ञात बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है बदमाशों ने हमारी कनपटी पर पिस्टल रखी और रुपए से भरा बैग ले गए एवं हमारी गाड़ी की चाबी छीनकर झाड़ियों में फेंक दी। हमने चाबी ढूंढ कर मक्सी तक आरोपियों का पीछा किया लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। इस प्रकार की जानकारी कोतवाली पुलिस फ़रियादी ने दी थी। सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया और बारीकी से मामले की विवेचना शुरू की जिसमें प्रथम दृष्टया कोतवाली टीआई अजीत तिवारी को लगा कि फरियादी ही आरोपी हो सकते हैं जब फरियादी की पूरी हिस्ट्री निकाली गई साइबर के माध्यम से मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया गया तो पक्का हुआ की फ़रियादी ही आरोपी है और उन्हें गिरफ्तार कर उनसे सख्ती से पूछा तो उन्होंने जुर्म को कुबूल किया और इस घटना में अपने एक और मित्र उज्जैन निवासी के होने की बात बताई मामले को लेकर शाजापुर जिले में सनसनी फैल गई थी।