एक जिज्ञासू ने सद्गुरु से पूछा की सफलता किसके द्वारा तय की जाती है: आस्था, भाग्य या ईश्वर। सद्गुरु बताते हैं कि इन चीज़ों के प्रभाव के बारे में सोचने के बजाय अपने प्रयत्न पर ध्यान देना ज़रूरी है।
सद्गुरु एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी सद्गुरु, एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्गुरु के रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद मार्ग में दीक्षित किया गया है।