आदियोगी शिव और बुद्ध के मार्ग में क्या अंतर है? सद्गुरु जवाब देते हुए कहते हैं कि बात दोनों मार्गों के अंतर की नहीं है, बल्कि बात यह है कि शिव के बताए मार्गों का कौन सा पहलू है जिस पर बुद्ध ने काम किया। सद्गुरु बता रहे हैं कि शिव द्वारा प्रस्तुत आध्यात्मिक प्रक्रिया के सभी ११२ आयामों में से अगस्त्य मुनि, बुद्ध व अन्य आत्मज्ञानियों ने कुछ आयामों को जाना और फिर उन्हें फैलाया।
एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी सद्गुरु, एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्गुरु के रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद मार्ग में दीक्षित किया गया है।