सद्गुरु बताते हैं कि समर्पित हठ योगी अपना पूरा जीवन लगा देते हैं सिर्फ़ एक आसन पर महारथ हासिल करने में। अगर आप ठीक से बैठना सीख लेते हैं, अपने शरीर को बस ठीक तरह से रखना सीख लेते हैं, तो इस ब्रह्मांड में हर वो चीज़ जिसे जानने की ज़रूरत है, आप उसे जान सकते हैं। इसे आसनसिद्धि कहते हैं।
एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी सद्गुरु, एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्गुरु के रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद मार्ग में दीक्षित किया गया है।