लखनऊ. एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी व ढाई लाख रुपए का इंनामी विकास दुबे पांच दिन से फरार है। पूरे प्रदेश की पुलिस उसकी तलाश में रात दिन एक कर दे रही है। पर वह हाथ नहीं लग रहा है। घटनास्थल बिकरू गांव की घर—घर की तलाशी ली जा रही है। कहीं कोई सूत्र हाथ लग जाए। घटना वाले दिन विकास दुबे की मदद करने के लिए यूपी पुलिस ने विकास की बहू, पड़ोसी और नौकरानी को गिरफ्तार किया है। उनसे गहन पूछताछ चल रही है। इस बीच आ रही सूचनाओं के आधार पर कहा जा रहा है कि विकास दुबे दिल्ली में सरेंडर करने के फिराक में है। इसके लिए वह अपनी गोटियां सैट कर रहा है। इस सूचना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ के कान खड़े हो गए। और एसटीएफ की दो टीमें हाई अलर्ट पर लगा दी गईं हैं। दिल्ली, एनसीआर क्षेत्र, उत्तर प्रदेश व हरियाणा के जिलों में भी उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमों ने डेरा डाल रखा है।
वो ठिकाना मांग रहा था पर उसने दरवाजा बंद कर दिया :— पांच दिन पहले कानपुर के बिकारु गांव में हुए पुलिस की दबिश में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। गांव से तीन ऐसे लोग पकड़े गए जो उस दिन एक—एक पल की जानकारी विकास दुबे और उनके गुर्गों को दे रह थे। ये तीनों पुलिसकर्मियों की लोकेशन के बारे में लगातार बता रहे थे। कानपुर पुलिस ने इस आधार पर विकास दुबे की बहू, पड़ोसी और नौकरानी को गिरफ्तार किया है। तीनों की पहचान क्रमशः शमा, सुरेश वर्मा और रेखा के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि यहां तक कि गोलीबारी में विकास दुबे की बहू शमा ने अपने घर का दरवाजा तक नहीं खोला जब एक पुलिसवाला जान बचाने के लिए ठिकाना मांग रहा था। इसके बाद भी कानपुर पुलिस व पीएसी को सुबूत चूक न जाए एक एक घर की तलाशी ले रही है।