कानपुर में पुलिस टीम पर हमला करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। दयाशंकर ने पुलिस को बताया कि एनकाउंटर से पहले विकास दुबे को एक फोन आया था। उसने पुलिस को बताया कि पुलिस टीम से मुठभेड़ के दौरान विकास खुद बंदूक से पुलिस पर गोलियां चला रहा था। जिस बंदूक से विकास दुबे पुलिस पर फायरिंग कर रहा था, वह दयाशंकर के नाम पर थी। दयाशंकर अग्निहोत्री उर्फ कल्लू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उसने गोली नहीं चलाई। उसे कमरे में बंद कर दिया गया था। इसलिए ज्यादा कुछ नहीं देख सका। उसने बताया विकास दुबे के पास एक फोन आया और जानकारी मिली की पुलिस आ रही है। जिसके बाद विकास दुबे ने अपने साथियों को असलहे के साथ घर पर बुलाया था। गौरतलब है कि विकास दुबे के साथ फरार जिन 18 लोगों पर इनाम घोषित किया गया है, उसमें दयाशंकर का नाम पांचवें नंबर पर है। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। दयाशंकर का कहना है कि पुलिस दबिश से पहले विकास के पास एक फोन आया था, जो कि थाने से भी हो सकता है। उसने बताया कि गांव के पास एक बगिया में विकास दुबे के गुर्गों की बैठक होती थी। विकास दुबे अपने साथियों को फोन कर बुलाता था। बता दें कि कानपुर पुलिस और दयाशंकर के बीच रविवार तड़के करीब चार बजकर 40 मिनट पर कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हो गई थी। मुठभेड़ के दौरान दयाशंकर के पैर में गोली लग गई। उतर प्रदेश पुलिस ने दयाशंकर के ऊपर 25 हजार का इनाम रखा था। बिकरू गांव में पुलिस पर हुई फायरिंग में दयाशंकर भी शामिल था।