This is in tune with the 1996 agreement between the two countries on Confidence Building Measures in the Military Field Along the Line of Actual Control in the India-China Border Areas, which imposed a lot of restrictions on military equipment, exercises, blasts, and aircraft in the vicinity of the LAC.
लद्दाख में भारत चीन की सेना आमने-सामने है. सीमा पर तनाव है. इस बीच दोनों देशों के बीच बातचीत भी जारी है. लेकिन दोनों देशों के बीच कई मसलों पर सहमति नहीं बन पा रही है. गलवान घाटी और पैंगॉन्ग झील के पास से दोनों सेनाएं अभी पीछे नहीं हट रही है. पैंगॉन्ग झील से भारतीय सेना पीछे हटना नहीं चाहती है. भारतीय सेना फिंगर-4 में है, यह इलाका हमेशा से भारत के कंट्रोल में रहा है. भारत ने फिंगर-8 पर एलएसी होने का दावा किया है. मौजूदा समय में चीनी सेना फिंगर-4 में डटी हुई है और वहां पर बंकर बना रही है. फिंगर-4 से फिंगर-8 के बीच की दूरी 8 किलोमीटर है और इस पूरे इलाके में चीनी सेना की ओर से बंकर और निगरानी चौकियां बनाई गई हैं. चीनी सेना फिंगर-4 से पीछे नहीं हट रही है. ठीक इसी तरह गलवान घाटी के पेट्रोल प्वाइंट-14 से भी चीनी सेना पीछे नहीं हट रही है.
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