कोरोना महामारी के चलते अचानक देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती दरों को लेकर अब भारतीय किसान यूनियन ने भी प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वही भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रदेश भर के किसानों को 30 जून को केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ बढ़ती महंगाई को लेकर मोर्चा खोलने का आह्वान किया है। आने वाली 30 जून को प्रदेशभर की हर तहसीलों पर भाकियू धरना प्रदर्शन करने के साथ-साथ सड़कों पर वाहनों पर हो रहे चालान में भारी जुर्माने को लेकर भी प्रदर्शन करेगी, प्रदेशभर की तहसीलो पर भाकियू कार्यकर्ता 50 व्यक्तियों की संख्या से कम रहेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा, तो वही भाकियू अपने दोनों बड़े मुद्दों को लेकर देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे।
राकेश टिकत का कहना है देखिए जिस तरह डीजल और पेट्रोल के रेट बढ़ रहे हैं। और पुलिस जिस तरह खासकर मोटर साइकिलों के चालान काट रही है। पहले चालान 100 या 200 रुपये का कटा करता था लेकिन अब चालान 2000 या 5000 रुपये का कटता है। मोटरसाइकिल पर चलने वाला वह किसान है गरीब मजदूर है आम इंसान हैं। जिससे जनता परेशान है और यही हाल डीजल और पेट्रोल का भी है। जिसको लेकर 30 जून को तहसील स्तर पर एक प्रोग्राम होगा और ज्ञापन भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर जाएगा। इन मुद्दों पर रेट कम करने को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा।