एक शोध में खुलासा किया गया है कि संक्रमण फैलने के बाद ही पीड़ित में इसके लक्षण दिखाई देते हैं। यही कारण है कि कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से परिवार के सदस्यों के बीच फैल रहा है। शोध में बताया गया है कि कोरोना वायरस का वर्तमान रूप सार्स कोव-2 पुराने सार्स वायरस के मुकाबले घर के हालातों में दोगुना संक्रमणकारी है, इसकी खास बात यह है कि यह संक्रमण फैलने के बाद ही पीड़ित में इसके लक्षण दिखाई देते हैं। शोध में कहा गया है कि संक्रमण होने और लक्षण दिखाई देने के बीच के समय में ही यह वायरस आसानी से फैलता है और वह भी उन लोगों से जिन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं होता कि वे संक्रमित हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि घर में आइसोलेशन से कोविड-19 संक्रमण की संख्या में कमी आई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर क्वारंटीन का तरीका नहीं अपनाया गया होता तो आज 20 से 50 प्रतिशत तक ज्यादा संक्रमण होता।