उत्तर प्रदेश के अमेठी से बेहद चौकाने वाला मामला प्रकाश में आया है। कोरोना काल में जान की बाजी लगाकर ड्यूटी देने वाले सफाई कर्मियों को पिछले दो माह से वेतन ही नही दिया गया। नतीजे में आज सफाई कर्मी लामबंद हो गए और पालिका प्रांगण में प्रदर्शन किया। सफाई कर्मियों ने प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित नगर पालिका अध्यक्ष पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। जानकारी के अनुसार पूरा मामला जिले की जायस नगर पालिका से जुड़ा है। ठेका मज़दूरों के बाद मंगलवार को सफाई कर्मचारी भी दो माह से वेतन रोके जाने के मुद्दे पर आक्रोशित हो गए। सफाई कर्मचारियों ने बताया कि हम लोगों ने एसडीएम तिलोई सुनील कुमार त्रिवेदी को पूर्व में शिकायती पत्र दिया था। इस पर उन्होंने आश्वासन दिया था कि ईद तक वेतन दिला दिया जाएगा। बावजूद इसके कोरोना योद्धाओं को राहत नही मिली। सफाई कर्मियों ने बताया कि ईओ से संपर्क किया गया के दोनो माह में वेतन बिल पर उनके द्वारा साइन कर दी गई है। आरोप है कि बीजेपी के नगरपालिका चेयरमैन महेश प्रताप सोनकर वेतन बिल पर साइन नही कर रहे। जिसको लेकर आज सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका का घेराव कर प्रदर्शन किया। वही ठेका कर्मचारियों ने भी आरोप लगाया है कि उनके वेतन बिल पर भी चेयरमैन ने साइन नही किया जिससे उनको भी वेतन नही मिल सका है। इस संबंध सभी कर्मियों ने 15 जून को जिलाधिकारी अमेठी अरुण कुमार व अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव को लिखित रूप से ज्ञापन दिया है। कहा गया है कि अगर चार दिनों तक हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो पूरे नगर की पानी सप्लाई रोक दी जाएगी।