.परिजनों ने चिकित्सकों पर सवाल उठाए
.शव मोर्चरी में रखा
जैसलमेर के राजकीय जवाहर चिकित्सालय में नसबंदी करवाने के चंद घंटों बाद महिला की मौत हो जाने पर परिजनों ने विरोध प्रदर्शित करते हुए मामले की जांच करवाने की मांग की। परिवारजनों ने इस संबंध में चिकित्सकों की भूमिका पर सवाल खड़े किए। मृतका के शव को लेकर विरोध जताने के बीच पुलिस अधिकारी मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। महिला के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। पीहर पक्ष के यहां पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। मृतका के छह संतान हैं। हाल में प्रसव के बाद उसने ऑपरेशन करवाने का फैसला किया।
यह था मामला
जानकारी के अनुसार किशनघाट निवासी महिला सुंदरा देवी ने सोमवार सुबह जवाहर चिकित्सालय में नसबंदी ऑपरेशन करवाया। उसे करीब डेढ़ बजे छुट्टी दे दी गई। जिसके बाद परिवारजन उसे घर ले गए। परिवारजनों का कहना है कि घर जाने के बाद उसने चाय पी और थोड़ी देर में उसकी तबीयत बिगडऩे लगी। उन्होंने एम्बुलेंस बुलाने के लिए कॉल किया लेकिन एम्बुलेंस देरी से पहुंची। वे शाम करीब पांच बजे सुंदरा देवी को लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सकीय जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों ने हंगामा किया तब सूचित किए जाने पर पुलिस उपअधीक्षक श्यामसुंदर सिंह राठौड़ और शहर कोतवाल किशनसिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। मृतका के पति ने पुलिस को लिखित शिकायत पेश की तथा चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया। पति सुमेरनाथ ने आरोप लगाया कि एम्बुलेंस के पहुंचने में भी देरी हुई और अस्पताल आए तब ड्यूटी पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। हंगामा होने के बाद पीएमओ डॉक्टर बीएल बुनकर भी वहां पहुंचे। उपअधीक्षक ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद मोर्चरी में रखवाया गया है। पीहर पक्ष के आने के बाद मंगलवार को शव सौंप दिया जाएगा।