इसमें कहने - बताने की कोई बात नहीं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। तमाम तरह के औद्योगिकीकरण के बावजूद आज भी देश की 60 फीसदी आबादी अपनी रोजी-रोटी के लिए इसी पर निर्भर है। अन्नदाता के साथ ही यह रोजगार और विकास का भी सबसे बड़ा आधार है। इस सबके बावजूद यदि आज देश में कोई सबसे ज्यादा दुखी और परेशान है तो वह किसान ही है। पेश है राजस्थान पत्रिका के डिप्टी एडिटर गोविंद चतुर्वेदी की कलम से...दखल... किसान का पेट भरें
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