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ये vlog बनाने के लिए मैंने DJI Mavic Mini Drone, GoPro 8 black action camera और Honor 20 phone का इस्तेमाल किया है।
हमने 1 -2 March 2020 को ये ट्रेक किया था ।
साल्हेर और सलोटा ये दोनों किले बागलान रेंज में ऊँची चोटी पर बने है। अगर आप ट्रैकिंग के शौक़ीन है तो यह जगह मध्यम ट्रैकिंग के साथ रात गुफाओं में रुकने के लिए यादगार जगह है।
#इतिहास
यह किला नासिक जिले में आया हुवा है। सह्याद्रि पर्वतमाला में आया हुवा सबसे ऊँचा किला है जो समुद्र तल से करीब 1567 मीटर ( 5141 ft ) की ऊंचाई पर स्थित है।यह किला मराठा साम्राज्य के प्रसिद्ध किलो मै से एक था।सालहेर किला 1671 में शिवाजी महाराज के अधीन था। मुगलों ने 1672 में किले पर हमला किया था। लगभग एक लाख सैनिक इस युद्ध में लड़े थे। इस युद्ध में कई सैनिक मारे गए लेकिन अंततः शिवाजी महाराज ने सलहर की लड़ाई जीत ली।मुगलों और शिवाजी की सेना के बीच आमने-सामने की लड़ाई में, सलहर की लड़ाई पहले स्थान पर होती है। इतनी बड़ी लड़ाई पहले नहीं जीती गई थी। मराठा सैनिकों द्वारा दिखाई बहादुरी और रणनीति ने लड़ाई को दूर-दूर तक फैला दिया और शिवाजी की प्रसिद्धि को बहुत अधिक बढ़ा दिया। 18 वीं शताब्दी में पेशवाओं ने इस किले पर कब्जा कर लिया था और बाद में अंग्रेजो ने इस किले को अपने कब्जे में ले लिया था।https://mythaktvindia.in/2019/03/prataprao-gujar-and-battle-of-salher-hindi/
#साल्हेर किले में देखने लायक क्या है ?
साल्हेर किले में देखने के लिए कुछ स्थान है जहाँ पर आप अच्छा समय बिता सकते है। 1. साल्हेर किला।2. परशुराम मंदिर।3. जल कुंड ।4. गुफाएं।
#साल्हेर किले तक कैसे पहुंचे ?
नजदीकी रेल्वे स्टेशन नासिक : 110 किलोमीटर
जाने का रास्ता नासिक- दिंडोरी - वणी - नांदुरी - आभोणा - कनाशी - जयदार - साल्हेरवाड़ी
मनमाड : 110 किलोमीटर Road Route चांदवड - सटाना - ताहाराबाद - वाघ्मबे - सल्हेरवाडी
बिलमोरा (गुजरात) : 130 किलोमीटर
सापुतारा से दूरी : 53 किलोमीटर
डॉन हिल स्टेशन से दूरी : 14 किलोमीटर
पुणे से दूरी : 350 किलोमीटर
मुंबई से दूरी: 300 किलोमीटर
#साल्हेर आने के लिए सबसे बढ़िया समय कौन सा है ?
यहाँ पर आने के लिए सबसे अच्छा समय बारिश के बाद और गर्मियों के पहले का यानि सितम्बर से फरवरी का है।
#कहा रुके ?
साल्हेर और सलोटा किले तक पहुँचने के लिए आप को वाघ्मबे गांव या साल्हेरवाड़ी से हो कर गुजरना पड़ता है जो इस किले से सबसे नजदीकी गांव है और इन्ही गावों में रहने का इंतजाम हो सकता है। गांव में किसी घर पर ठहरने के बारे में आप गाववालो से पूछ सकते हो । 500 रूपये में गाइड भी गांव में से मिल जायेगा। या साल्हेरवाड़ी में साल्हेर फोर्ट कैम्प में रुक सकते हो। उनकी लिंक https://salherfortcamp.com/
#कुछ महत्वपूर्ण बातें साल्हेर और सलोटा दोनों किलो का ट्रेक आप एक दिन में 5-6 घंटे में पूरा कर सकते हो। या सलोटा देखकर साल्हेर के ऊपर बनी गुफ़ाओं ने रात को रुक सकते हो। गुफाओं में चूल्हे पर खाना भी पका सकते हो। राशन और लकड़ी आप को साथ में ले जाना पड़ेगा।
अगर आप को और जानकारी चाहिये तो comment box में पूछ सकते । ट्रेक करने के बाद आपका अनुभव मेरे साथ comment box में share करे।
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