कोरोना वायरस का असर इस बार ईद पर भी नजर आएगा। सोमवार को ईद मनाई जाएगी। लॉकडाउन के चलते पहली बार होगा कि ईद की नमाज करीब 155 साल बाद जामा मस्जिद में अदा नहीं होगी। दिल्ली रोड स्थित ईदगाह, चारदरवाजा स्थित मौलाना जियाउद्दीन साहब की दरगाह, घाटगेट स्थित मिस्कीन शाह, संसारचंद्र रोड स्थित दरगाह हजरत मीर कुर्बान अली सहित अन्य जगहों पर सामूहिक नमाज अदा नहीं होगी। यहां सिर्फ चुनिंदा लोग ही नमाज अदा करेंगे।
सेंट्रल हिलाल कमेटी के संयोजक चीफ काजी राजस्थान ख़ालिद उस्मानी ने ऐलान किया है कि ईद उल फ़ितर 25 मई को मनाया जाएगा। यह फ़ैसला हिलाल कमेटी के सभी सदस्यों के मशवरे व रज़ामंदी से तय किया गया है। इस मशवरे में वीडियो कॉलिंग के ज़रिये चीफ़ क़ाज़ी ख़ालिद उस्मानी सहित शहर मुफ़्ती मोहम्मद ज़ाकिर नोमानी,सैय्यद मुफ़्ती वाजिद उल हसन, इमाम जामा मस्जिद मुफ़्ती सैय्यद अमजद अली शामिल थे।
चीफ़ क़ाज़ी ने मुसलमानों से लॉकडाउन के चलते सरकारी निर्देशों और सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अपने घरों में ईद की नमाज़ की अदा करने की अपील भी की है। जामा मस्जिद कमेटी ने इसके साथ ये भी अपील की है कि ईद पर बाजारों का रुख बिल्कुल भी ना करें। ईद पर की जाने वाली खरीदारी का पैसा बचा कर जरूरतमंदों की मदद पर खर्च करें।