बाल मुंडाये पांच नफा, कंघा-शीशा तेल बचा और गर्दन मोटी, चांद (सिर) सफा...। गांवों के बुजुर्ग आज भी यह पुरानी कहावत बार-बार दोहराते हैं। बाल मुंडवाना हमेशा से ही लोगों के लिए मुश्किल भरा फैसला रहा है। ज्यादातर लोग सिर्फ विशेष रीति-रिवाजों के वक्त पर ही गंजा करवाते हैं। शौकिया तौर पर बाल मुंडवाने वालों की संख्या बहुत कम है। लेकिन, कोरोना संकट के दौर में लोग वायरस के संक्रमण से बचने के लिए गंजा करवा रहे हैं। आम लोगों की बात छोड़िए, बीते माह आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी थाने के इंस्पेक्टर समेत 75 पुलिसकर्मियों ने कोरोना से बचाव के लिए सामूहिक मुंडन करा लिया। बाल मुंडवाने वाले थाना प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र सिंह बालियान ने कहा कि डॉक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस सिर के बालों में भी चिपक सकता है। वहां से सांस के जरिए अंदर जा सकता है, इसलिए हमने मुंडन कराने का फैसला लिया। मामले में उनसे जवाब-तलब भी किया गया।
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बाल मुंडवाने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस पर कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया है। बावजूद लोग गंजा करवा रहे हैं। राजधानी बालागंज निवासी अजय यादव बताते हैं कि उन्होंने खुद ही अपना गंजा किया है। कारण बताते हुए वह कहते हैं कि लॉकडाउन के चलते सैलून नहीं खुल रहे हैं, इसलिए उन्होंने भाई की मदद से खुद ही ट्रिमर से बाल मुंडवा लिये। ऐसे ही कई लोग हैं जो लॉकडाउन के चलते घरों में गंजा करवा रहे हैं।
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बाल मुंडवाने के फायदे
- बाल बड़े होने की टेंशन नहीं
- सैलून जाने का झंझट खत्म
- डैंड्रफ से मुक्ति
- भाग जाएंगे जुएं
- कंघी गैरजरूरी
- शैम्पू की बचत
- नया हेयर स्टाइल
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