कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के 11 महीने बाद भी गेहूं का बोनस देने का वचन पूरा नहीं कर पाई है...जिससे 55 लाख किसानों का 1453 करोड़ रुपए का बोनस अब तक बकाया है... सरकार पर बोझ आने के कारण फाइल वित्त विभाग ने रोक ली है। जबकि, रबी का दूसरा सीजन शुरू हो चुका है। इस वित्तीय सत्र के बाद सरकार को दूसरे रबी सीजन का भी बोनस देना होगा.. बता दे कि कांग्रेस ने गेहूं का समर्थन मूल्य देने का वचन अपने घोषणा पत्र में किया था... लेकिन, वह अटका हुआ है। किसानों को बोनस बांटने को लेकर सरकार की तैयारी भी अधूरी है। अधिकतर जिलों के किसानों की सूचियां अधूरी हैं। उस पर जिलों से डिमांड भी पूरी नहीं आ सकी है। अभी कृषि विभाग ने 1450 करोड़ बांटने का प्रस्ताव बनाया है, लेकिन इसमें महज 900 करोड़ रुपए बांटने के लिए सूचियां तैयार हैं। बाकी सूची बनाने में काफी समय लगना है।