-बाढ़ से निपने की तैयारी बैठक में विस्तार से चर्चा।
मुरैना. जिले में 52 गांव बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील हैं। यहां सामुदायिक स्तर पर राहत और बचाव की कार्ययोजना तैयार की जाए। यह कार्ययोजना सात दिन में प्रस्तुत करनी होगी। बारिश में पूरे जिले से कट जाने वाले 52 गांवों में एक-एक व्यक्ति और उस गांव के लिए नियुक्त प्रशासनिक अधिकारी का मोबाइल नंबर लेकर सूची तैयार की जाए। प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर यह कार्ययोजना बतनाई जाएगी। नगरीय निकाय भी अपने वार्डोंं में तैयारी रखें।
कलेक्टर ने शुक्रवार को बाढ़ से निपटने को लेकर आयोजित तैयारी बैठक में यह निर्देश दिए। कलेक्टर कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोटा बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की निरंतर मॉनीटरिंग की व्यवस्था की जाए। यह अध्ययन भी किया कि कितना पानी छोडऩे पर कौन सा गांव प्रभावित होता है। नाव, मोटरबोट, रस्सा, टॉर्च की व्यवस्था देखें यदि कमी हो तो उसकी डिमांड भेजी जाए। जिले की तरह तहसील स्तर पर भी डिजास्टर मैनेजमेंट बनाएं।