आईसीएमआर के निदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि जांच, इलाज और रोग की पहचान पर ध्यान देने की जरूरत है तभी इसके प्रसार को रोका जा सकता है। देशभर में अलग-अलग टीमें लगी है जिनसे इस तकनीक के जरिए सटीक जानकारी अब मिल सकेगी की कहां पर क्या स्थिति है। इसका फायदा ये होगा कि हम ये आसानी से तय कर सकेंगे कि किस क्षेत्र में अधिक ध्यान देने की जरूरत है और इलाज के लिए वहां पर क्या रणनीति अपनानी है।