हमारा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है। सरकार द्वारा इस महामारी को खत्म करने के लिए कई प्रयास भी किए जा रहें हैं। वही पिछले डेढ1 महीने से लगा लॉकडाउन इस महामारी को कंट्रोल करने में सहायक सिद्ध हो रहा हैं। ऐसे में लॉकडाउन के बीच शराब के ठेके को खोलने की इज्जात कितनी सहीं है, इस प्रश्न पर आप इस महिला अपनी बीती सुनाई। महिला सरकार से अनुरोध कर रहीं हैं कि लॉकडाउन के तहत शराब की दुकाने खोलने का निर्णय देश की सभी महिलाओं के लिए चिंताजनक हैं। इससे घरेलु हिंसा अधिक होगी। महिला ने कहा कि जिन परिवार के पास घर चलाने के लिए कम रूपए है, वहां अधिक परेशानीयों का सामना परिवार के सदस्यों को करना पड़ेगा। अधिक शराब पीने के बाद कई पुरूष हिंसक भी हो जाते हैं। ऐसे में न तो परिवार सुरक्षित है, न ही देश। एक आम महिला पर जो गुजरेंगी क्या उसकी चिंता सरकार करेंगी?