श्रमिक दिवस के मौके पर सरकार ने लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न भागों में फंसे मजदूरों एवं छोटे कामगारों, पर्यटकों, विद्यार्थियों एवं अन्य व्यक्तियों को उनके गृहनगर तक पहुंचाने के लिए उद्देश्य से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है, जिसके तहत आज शाम छह गाड़ियां चलाईं जा रहीं है। इसमें यात्रियों को टिकट नहीं लेना पड़ेगा और वे मुफ्त में यात्रा कर सकेंगे।
रेल मंत्रालय में सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक राजेश दत्त बाजपेई ने बताया कि राज्य सरकारों के अनुरोध पर ये स्पेशल ट्रेनें एक स्थान से दूसरे स्थान तक सीधे चलाईं जाएंगी और यात्रियों को पहुंचाने के लिए मानक प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाएगा। रेलवे एवं राज्य सरकारें श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के सुचारु रूप से परिचालन एवं समन्वय के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करेंगी।
बाजपेई ने बताया कि आज 1 मई को श्रमिक दिवस पर रात्रि में छह गाड़ियां- लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया तक चलाईं जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों में यात्रा के लिए यात्रियों को कोई टिकट नहीं लेना पड़ेगा। चूंकि ये नियमित ट्रेनें नहीं हैं और इन्हें राज्यों के अनुरोध पर चलाया जा रहा है इसलिए रेलवे ने कोई टिकट बुक नहीं करेगी।