शाहीन बाग पर देश की सबसे बड़ी अदालत ने टिप्पणी की थी कि आखिर प्रदर्शन के नाम पर कोई किसा का रास्ता कैसे रोक सकता है. आज यही सवाल देश की वह बेटी पूछ रही है जिसने सड़क बंद होने के कारण अपने पिता को खो दिया है. इसी मुद्दे पर बड़ी बहस हुई दीपक चौरसिया के साथ