ताना रीरी की कहानी भारत की 16 वीं सदी के इतिहास को बयां करती है। ताना रीरी ने मुगल बादशाह अकबर के जुल्म के आगे जान दे दी। लेकिन ताना-रीरी के मरने के बाद वडनगर में उनका मंदिर बनवाया गया। वडनगर में ताना रीरी के मंदिर की एक अलग मान्यता है। लोगों में उनके लिए आस्था का भाव है।