साध्वी प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे. जिसके बाद एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल उठी और साध्वी प्रज्ञा के इस बयान की बहुत आलोचना हुई जिसके बाद पार्टी को किरकिरी से बचाने के लिए बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान करार दे दिया था और पार्टी ने इस बयान से किनारा कर लिया था.