पाकिस्तान में सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा (Qamar Javed Bajwa) के सेवा विस्तार पर सेना में ही विद्रोह हो गया है. इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट पहले ही वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) सरकार की फजीहत कर चुका है. अब पता चला है कि पाक सेना (Pakistan Army) के सात जनरलों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस आसिफ सईद खोसा (Asif Saeed Khosa) से हाथ मिलाया है. इस 'समर्थन' का मतलब इमरान खान सरकार के सैन्य प्रमुख को दिए जा रहे तीन साल के सेवा विस्तार के निर्णय को येन-केन-प्रकारेण रोकना है. सैन्य प्रमुख बाजवा के खिलाफ आवाज उठाने वाले जनरलों में से एक दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावात (Pakistan High Commission) से डिफेंस अटैशे (Defence Attache) रह चुके हैं. सैन्य प्रमुख के खिलाफ बगावत करने वाले इन सात जनरलों का मानना है कि नियाजी खान सरकार के इस कदम से उनके सैन्य प्रमुख बनने की संभावनाओं पर विपरीत असर पड़ेगा. वह लगभग समाप्त हो जाएंगी.