अमेरिकी के 18 करोड़ अमेरिकी डॉलर वाले जासूसी ड्रोन को ईरान द्वारा ढेर किए जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य हमला करने की मंजूरी दे दी थी लेकिन फिर अचानक इस फैसले को वापस ले लिया गया. ये सैन्य हमला शुक्रवार को किया जाना था जो बाद में टाल दिया गया. न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि ईरान के रडार और मिसाइल बैटरियों जैसे कुछ इलाकों में ये सैन्य हमला सूर्योदय से पहले करने का निर्देश दिया गया था ताकि ईरान सेना और नागरिकों को कोई नुकसान न हो.