दामाद ओमप्रकाश जाट ने जेब से पिस्तौल निकाली और अंधांधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। साले गोरधन के सीने व हाथ में दो गोलियां व दूसरे साले हनुमानराम के सीने और साथ आने वाले सोनू के हाथ में गोली लगी है। तीनों को पीपाड़ के राजकीय चिकित्सालय लाया गया, जहां से उन्हें जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर कर दिया गया।