महाराष्ट्र की महाभारत (Maharashtra) में जिस 'ईडी' प्रसंग का उल्लेख शनिवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार (sharad pawar) ने किया था आखिरकार उसकी सोमवार को शुरुआत हो गई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (deputy CM Ajit Pawar) को सिंचाई घोटाले में बड़ी राहत मिली है। अजित पवार के खिलाफ सिंचाई घोटाले के 9 मामलों को बंद कर दिया गया है। हालांकि यह सिर्फ नौ मामले ही हैं बाकी 2 हजार 9 सौ एक मामले में अभी भी संदिग्ध हैं और जांच के घेरे में हैं। बताया जा रहा है कि इन मामलों को सबूतों के अभाव में बंद किया गया है। वहीं यह भी बात अब सामने आ रही है कि अब तक जिन टेंडरों की जांच की गई है,उनमें एंटी करप्शन ब्यूरो को अब तक कुछ भी हाथ नहीं लगा है। तकनीकी तौर पर अभी भी सभी टेंडर जांच के घेरे में हैं और अजित पवार को क्लीन चीट नहीं मिली है। एसीबी ने भी स्वीकार किया है कि सिर्फ 9 टेंडर्स के केस में अजित पवार को राहत मिली है और ये केस साक्ष्य के नहीं मिलने के कारण बंद कर दिए गए हैं। वहीं, अजित पवार को क्लीन चीट मिलते ही कांग्रेस को नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया।