"जबसे दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने निर्भया के गुनहगारों को एक साथ फांसी पर टांगने का डेथ वारंट जारी किया है, यूपी के मेरठ शहर में रहने वाले पवन
जल्लाद की खुशी का ठिकाना नहीं है। आसमान की ओर दोनों हाथ जोड़कर पवन जल्लाद ईश्वर के साथ-साथ, तिहाड़ जेल प्रशासन और उत्तर प्रदेश जेल महानिदेशालय का बार-बार शुक्रिया अदा कर रहे हैं, क्योंकि निर्भया के कातिलों को फांसी पर लटकाने की एवज में उन्हें एक लाख रुपये जैसी मोटी पगार जिंदगी में पहली देखने को मिलेगी। मेहनताने में हासिल इस रकम से पवन जल्लाद अपनी बिटिया की शादी करेंगे। दरअसल देश में इस समय आधिकारिक तौर पर दो ही जीवित जल्लाद हैं। दोनों यूपी के ही रहनेवाले हैं। इनमें से एक मेरठ निवासी पवन कुमार हैं, जो निर्भया के गुनाहगारों को फांसी पर लटकाएंगे। दूसरे का नाम इलियास उर्फ अली है, जो लखनऊ के रहने वाले हैं, लेकिन अब वृद्ध हो चुके हैं। इसलिए पवन ही निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाएंगे। इन दोनों के अलावा फिलहाल देश में कोई भी पेशेवर जल्लाद नहीं है। इससे पहले देश में जितनी भी फांसी हुईं वो पवन के दादा कालू जल्लाद, पिता मामू जल्लाद, पंजाब के फकीरा जल्लाद या फिर कोलकाता के नाटा जल्लाद ने दीं। इनमें से अब कोई भी जिंदा नहीं है। पवन के परिवार में चार पीढ़ियों से जल्लाद का काम होता आ रहा है। जल्लाद की पारिवारिक विरासत को निभाने वाले पवन परिवार की चौथी पीढ़ी हैं।"