Aligarh | Project 32 | अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए विश्व प्रसिद्ध अलीगढ़ जिला

Positive 2 2020-04-08

Views 13

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए विश्व प्रसिद्ध अलीगढ़ जिला | Project 32 | Aligarh

Positive 2 की #KnowAboutMuslimAreas सीरीज़ की इकत्तीसवीं कड़ी: अलीगढ़ #Aligarh

Positive 2: कोई इंसान अलीगढ़ का नाम ले तो दिमाग में सिर्फ एक ही चीज आती है वह है अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय या यूं समझ लीजिये अलीगढ़ शहर और AMU दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची हो चुके हैं। AMU की स्थापना सर सय्यद अहमद खान ने अलीगढ़ मूवमेंट के तहत 1875 में मुहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज के तौर पर की थी जो 1920 में जा कर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बन गया था। 28000 से ज्यादा स्टूडेंट्स और तकरीबन 7000 के करीब स्टाफ के साथ AMU देश की सबसे पुरानी सेंट्रल यूनिवरसिटी में शुमार होती है।
यह तो बात हुयी AMU की अब जरा बात कर लेते हैं अलीगढ़ जिले के बारे में। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का हिस्सा अलीगढ़ जिला अपने अलीगढ़ी ताले के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है। इसके अलावा अलीगढ़ किला भी घूमने लायक जगह है। अलीगढ़ जिला 3650 sq km में फैला हुआ है जिसकी आबादी 36 लाख से ज्यादा है जिसमें से 20 फीसद आबादी मुस्लिम है। चाहे इस शहर की पहचान एएमयू जैसी विश्व विख्यात विश्वविद्यालय से है मगर फिर भी यहाँ की साक्षरता दर सिर्फ 69 फीसद है। एक और चिंताजनक बात यह है कि यहाँ का Child sex ratio में भी एक बड़ा अंतर है।
यह शहर एक कृषि व्यापार केंद्र है जिसमें Food Product Processing & Manufacturing महत्वपूर्ण हैं। अलीगढ़ उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण व्यवसाय केंद्र भी है और अपने ताला उद्योग के लिए सबसे प्रसिद्ध है। अलीगढ़ के ताले दुनिया भर में निर्यात किए जाते हैं। 1870 में, जॉनसन एंड कंपनी अलीगढ़ में पहली अंग्रेजी लॉक फर्म थी। देश की राजधानी के करीब होने की वजह से ट्रांसपोर्ट के मामले में यह जिला बहुत बेहतर है।
Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और विश्वप्रसिद्ध इतिहासकर इरफान हबीब की वजह से भी अलीगढ़ को जाना जाता है। अलीगढ़ को अगर प्रोफेसर लोगों का गढ़ कहा जाए तो हैरानी न होगी। अलीगढ़ में 7 विधानसभा और 1 लोकसभा हल्के आते हैं जिन पर अभी बीजेपी का कब्ज़ा है। यूं तो यह शहर भारत सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हिस्सा है मगर जो शहर बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसता हो उसे स्मार्ट सिटी कहना किसी मज़ाक से कम नहीं है।
बाकी सब खैरियत है
Ansar Imran SR

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS