राजस्थान ( Rajasthan ) में हो रहे पंचायत चुनाव ( Panchayat Chunav ) में कई तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं.. गांव की सरकार बनाने में हर कोई अपने-अपने तरह से भूमिका निभा रहा है... कोई पंच-सरपंच बनकर अपने क्षेत्र का विकास करना चाहता दिखा, तो कोई अपने मताधिकार का प्रयोग करके अपना जनप्रतिनिधि चुनने की कवायद में दिखा... यानी कि लोकतंत्र के इस पर्व में ना उम्र, ना जाती और ना ही कोई वर्ग आड़े आ रहा है। यकीन नहीं आ रहा तो देखते रहिये 'पत्रिका' की ख़ास पेशकश.. पंचायत का 'पंच'...गांव की सरकार में पंच-सरपंच और उपसरपंच बनने की 'दौड़' में इस बार कई तरह की उम्मीदवारी देखने को मिली... ऐसी-ऐसी उम्मीदवारी जिसने हर किसी को चौंका कर रख दिया... चलिए शुरुआत करते हैं... 97 साल की 'सुपर नानी' की उम्मीदवारी से... 97 साल की ‘सुपर नानी’ विद्या देवी ने पंचायत चुनाव में सरपंच पद के लिए चुनाव मैदान में ताल ठोका.. वो इस बार की सबसे उम्रदराज उम्मीदवार रहीं। विद्या देवी ने उम्मीदवारी करते हुए ये जाता दिया कि गाँव के विकास के लिए उम्र कभी आड़े नहीं आती... दिलचस्प बात तो ये है कि लाठी पकड़कर चलने वाली 97 साल की बुज़ुर्ग विद्या देवी ने न सिर्फ उम्मीदवारी ही जताई बल्कि अपने से जूनियर सभी प्रतिद्वंदियों को हराकर सरपंच बन गईं... इस 'सुपर नानी' की हर कोई तारीफ कर रहा है... यही नहीं, अब वो गाँव के हर युवा के लिए प्रेरणा स्त्रोत भी बन गईं हैं.. विद्या देवी ने सीकर के नीमकाथाना के पुरानाबास ग्राम पंचायत की सरपंच बनकर प्रदेश की सबसे उम्रदराज सरपंच होने का अनोखा रिकॉर्ड बना लिया है... अब वो सोशल मीडिया पर बतौर ‘सुपर नानी’ फेमस हो रही हैं... सरपंच बनने के बाद विद्या देवी ने जीत की अपनी ख़ुशी जताई और अपनी प्राथमिकताएं बताईं...