नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) को लेकर एक तरफ शहर-शहर कोहराम मचा हुआ तो वहीं दूसरी तरफ सामाजिक सौहार्द, समरसता की भी कपोले प्रस्फुटित हो रही हैं। जामिया विश्वविद्यालय में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों को जहां सिख समुदाय के लोग समोसा खिला और चाय पिलाकर सेवा कर रहे हैं वहीं मुस्लिमों के इबादत में कोई समस्या न आए हिंदू पूरी मानव श्रृंखला बना रहे हैं। यह नजारा वहीं का हैं जहां से CAA के खिलाफ भड़की चिंगारी अब देश के हर कोने में पहुंच गई है। इतना ही नहीं विदेशों में भी इसका असर देखा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों को हर तबके और धर्म के लोगों का समर्थन मिल रहा है। कुछ सिख कार्यकर्ता लगातार इन प्रदशर्नकारियों की मदद करते दिखे। दिल्ली की जामिया मिलिया विश्वविद्यालय और इससे सटे इलाके में जबरदस्त प्रदर्शन जारी हैं। प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं, सामाजिक कार्यकर्ता और एक्टिविस्ट भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद यहां जमे हुए हैं और एक दूसरे की हौसला अफजाई कर रहे हैं। गुरुवार को इन प्रदर्शनकारियों ने एकता दिखाते हुए मुस्लिम प्रदर्शनकारियों को नमाज के दौरान सुरक्षा देने के लिए हिंदू और सिख प्रदर्शनकारियों ने घेरा बना लिया। नमाज पढ़ने में कोई बाधा न आए इसके लिए प्रदर्शनकारियों ने पुख्ता इंतजाम कर लिया था। दूसरी ओर दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, पुणे, मद्रास, चेन्नई, केरल, तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, संभल और पूर्वोत्तर के राज्यों समेत देश के कई इलाकों में सीएए और एनआसी के खिलाफ प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया है। बेंगुलुरू में इस विरोध की वजह से इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले लिया गया. दिल्ली में स्वराज अभियान के अध्यक्ष स्वराज अभियान को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया गया . योगेंद्र यादव दिल्ली के लाल किला पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गए थे. फिल्म अभिनेत्री अपर्णा सेन को भी हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि जामिया में प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं को पुलिस की ओर से लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे गए थे। इस पर दिल्ली की उच्च न्यायालय ने आज सरकार और गृह मंत्रालय से जवाब मांग लिया है। हालां कि इस घटना के बाद पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब कुछ स्टूडेंट्स ने हॉस्टल खाली करने शुरू कर दिए थे और अब तक जामिया हॉस्टल से लगभग दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स अपने अपने घर जा चुके हैं। जामिया टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव प्रोफेसर माजिद जमील ने बताया कि 70 फीसदी से ज्यादा छात्रों ने हॉस्टल खाली कर दिए हैं। आपको बता दें कि जामिया के हॉस्टल में करीब 3,000 छात्र रहते हैं।