विनाशकारी कोरोना वायरस ने पूरी दुनियां सहित भारत के लोगों का भी बुरा हाल कर दिया है। भारत भर में 21 दिन के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इस बंदी का सबसे बड़ा असर अब दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों पर साफ दिखाई देने लगा है। सब कुछ बंद होने के चलते लोगों को काम नहीं मिल रहा, वहीं दूसरी तरफ़ बुंदेलखंड के दूर दराज के इलाकों से काम की तलाश में निकले श्रमिकों के लिए ये बंदी आफत बन गई है। एक तरफ काम नहीं मिल रहा तो दूसरी तरफ़ वापस लौटने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी बंद हो चले हैं, सारे राज्यों की सीमाओं को सील किया जा चुका है। सड़कों पर चारो ओर सन्नाटा पसरा है, पुलिस और जिला प्रशासन की गाड़ियां ही सड़कों पर दिखाई पड़ रही हैं। वहीं मध्यप्रदेश के जिला टीकमगढ़ से डबरा काम की तलाश में निकले मजदूर परिवार बुरी तरह फस गया,न काम मिला और न ही घर वापस लौटने का साधन। जेब में पैसे भी नहीं कि कुछ दिन डबरा में ही गुजर कर पाते। ऐसे में पूरा परिवार महिलाओं और बच्चों के साथ पैदल ही 157 किलोमीटर की दूरी तय करके अपने घर के लिए निकल पड़ा जो दो दिन चलने के बाद आज झांसी पहुंचे और कुछ देर आराम करने के बाद फिर अपने घर की ओर चल पड़े।