In a rare move that shook the banking industry and the capital markets, the Reserve Bank of India stepped in earlier this week to supersede the board of troubled private sector lender Yes Bank and also appointed an administrator to take charge of the firm plagued by non-performing loans.Yes Bank under its new management led by CEO Ravneet Gill had failed to seal investors, raise the requisite amount of funds and present a credible resolution plan to the regulator.Watch video,
कुछ साल पहले जब भी देश के चर्चित निजी बैंकों की बात होती थी तो उसमें यस बैंक का भी नाम आता था. करीब 15 साल पहले शुरू हुआ यस बैंक आज बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है. गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के ग्राहकों के लिए 50 हजार रुपये निकासी की सीमा तय कर दी. यस बैंक की तबाही की कहानी कोई आज की नहीं है. आइए जानते हैं कैसे यस बैंक इस हालत तक पहुंच गया. देखें वीाडियो
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