हेल्थ डेस्क. पश्चिम बंगाल के करीमुल हक एम्बुलेंस दादा के नाम से मशहूर हैं। करीमुल अपनी मोटर एम्बुलेंस से मरीजों को अस्पताल पहुंचाते हैं। वे गांव के उन क्षेत्रों में भी जाते हैं जहां एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती। जलपाईगुड़ी निवासी करीमुल 5 हजार मरीजों की मदद कर चुके हैं। इसकी वजह उनके जीवन से जुड़ा 20 साल पुराना एक हादसा है जब समय पर इलाज न मिलने पर उनकी मां ने दम तोड़ दिया था। करीमुल की कोशिश ऐसा किसी अब किसी मरीज के साथ न हो। इस उपलब्धि के लिए भारत सरकार पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी है।