इटावा -जसवंतनगर लुधपुरा में श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन श्रीकृष्ण जन्म लीला, गोवर्धन पूजा व माखन चोरी लीला की कथा और लीला दिखाई गई। कथावाचक अवधेश शास्त्री ने श्रीकृष्ण जन्म की कथा विस्तार से सुनाते हुए कहा कि जब श्रीकृष्ण के पैदा होने की खबर राजा कंस को मिली तो वह कारागार में पहुंचा। वहां कन्या को देखकर पत्थर पर पटक कर मारना चाहा तो कन्या हाथ से छूट कर यह कहते हुए आकाश में चली गई कि तेरा मारने वाला ब्रज में पैदा हो चुका है। इसके बाद वह राक्षसों को ब्रज भेजता है, किंतु वे कृष्ण का कुछ नहीं कर पाते हैं। इसके बाद कंस पूतना को भेजते हैं। इसके बाद श्रीकृष्ण की माखन लीला, गोवर्धन लीला, बाल लीलाओं के दृश्यों का संजीव चित्रण किया गया। गिरिराज महाराज की झांकी के साथ छप्पन भोग लगाया गया। कथा परीक्षित वरह्मानन्द जी ने गोवर्धन पूजा कर छप्पन भोग लगाया। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर बधाइयां गाई गई। इस अवसर पर क्षेत्र के अनेक श्रद्धालु व भक्तजन महिला पुरूष मौजूद रहे।