SEARCH
अपनी हालत देख कर रास्ता चुनना पड़ता है || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)
आचार्य प्रशान्त
2020-04-07
Views
0
Description
Share / Embed
Download This Video
Report
वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 30.9.19, अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा, भारत
प्रसंग:
~ हम ग़ुलामी और मजबूरी में जीना क्यों पसंद करते हैं?
~ स्वास्थ्य पाने का क्या उपाय है?
~ हम मोह में क्यों फँस जाते हैं?
संगीत: मिलिंद दाते
Show more
Share This Video
facebook
google
twitter
linkedin
email
Video Link
Embed Video
<iframe width="600" height="350" src="https://dailytv.net//embed/x7rxoty" frameborder="0" allowfullscreen></iframe>
Preview Player
Download
Report form
Reason
Your Email address
Submit
RELATED VIDEOS
10:58
हम तनाव, डर, परेशानी में क्यों रहते हैं? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2014)
01:02:58
(गीता-15) कृष्ण ज़रूरी नहीं हैं, हम तो अपने अनुभवों से सीखेंगे || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता (2022)
15:19
हम दूसरों से प्रभावित क्यों हो जाते हैं? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2013)
01:31:14
भगवद् गीता समझते भी हैं हम? || आचार्य प्रशांत, बातचीत (2020)
07:22
जब लगता है जगे हैं, तब भी हम जगे कहाँ? || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)
41:55
हम भारतीय हैं, हम विद्रोह क्यों नहीं करते? || आचार्य प्रशांत (2024)
11:27
हम भी अर्जुन की तरह श्रीकृष्ण से लाभ कैसे पाएँ? || आचार्य प्रशांत (2019)
07:30
हम जिनसे प्यार करते हैं, वो हमसे नफ़रत क्यों करते हैं? || आचार्य प्रशांत (2019)
18:05
'गीता सबके लिए नहीं है', ऐसा क्यों कहते हैं कृष्ण? || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)
25:40
न कृष्ण से न राम से, हम सीखते हैं घर-मीडिया-दुकान से || आचार्य प्रशांत (2019)
25:46
न कृष्ण से न राम से, हम सीखते हैं घर-मीडिया-दुकान से || आचार्य प्रशांत (2019)
11:21
युद्ध से पहले कृष्ण अर्जुन को रणक्षेत्र के बीचोंबीच क्यों ले गए?||आचार्य प्रशांत,भगवद् गीता पर(2019)