जिनको पूर्ण वेतनमान चाहिए वो इस पोस्ट को जरूर ध्यान से पढ़ें।
*साथियों बिहार सरकार का हड़ताल को कमजोर करने के लिए पत्र जारी हो गया है!*
आप सबको याद होगा कि 2015 में हड़ताल के समय प्रतिदिन इसी तरह का पत्र सरकार द्वारा निकाला जाता था- कभी सेवा में टूट तो कभी no work no pay का। परंतु जब हड़ताल टूटा तो हमे हड़ताल अवधि का भी वेतन मिला और वेतनमान भी मिला।
*साथियों , सरकार अभी से डरी हुई है, बस हमें मजबूती के साथ हड़ताल में जाना है।*
*2020 में फिर हड़ताल में जाएँगे और हड़ताल अवधि का वेतन भी लेंगें और पूर्ण वेतनमान भी लेंगें!*
अपर मुख्य सचिव के पत्र के अनुसार:-
बिंदु 2. में लिखा गया है कि जो शिक्षक हड़ताल में जाएँगे उनको no work no pay के तहत वेतन नही दिया जाएगा एवं सेवा में टूट माना जायेगा।
2015 में ऐसा ही लिखा गया था परंतु हमलोग को वेतन भी मिला और सेवा में टूट भी नही हुआ।
बिंदु 3 में लिखा हुआ है कि परीक्षा में बाधा पहुंचाने पर निलंबित किया जाएगा, तो साथियों हमलोग हड़ताल में जा रहे हैं ना कि परीक्षा में बाधा डाल रहें हैं, बाधा डालने का मतलब है जबदस्ती किसी को परीक्षा में जाने से रोकना या परीक्षा स्थल पर उत्पात मचाना।
हमलोग तो शांतिपूर्ण रूप से हड़ताल में जाएँगे, हमलोग न विधालय जाएँगे और न परीक्षा ड्यूटी में जाएँगे।
हम कही कोई उत्पात नही मचायेंगे!
आर के महाजन के पत्र ने शिक्षकों के संदेह को दूर कर दिया है अब सभी शिक्षक निश्चिन्त होकर हड़ताल में जाएँ और सरकार को बता देंगें की हम अपना अधिकार छीनकर लेना जानते हैं।
नोट:- सरकार जब no work no pay लागू कर सकती है तो same work same pay क्यों नही??
*चंदन पटेल*
TSUNSS-गोपगुट