इस VIDEO/CHAINNEL का उद्देश्य विश्व मानव तक "सत्य, ट्रू, ईमान" का सुखद संदेश पहुंचाना है।
विश्व ब्यवस्था परिवर्तन हेतु एवं विश्व की धरती से मानव समाप्त ना हो, "सत्य, ट्रू, ईमान" का उद्द्भव सन 1993 को हुआ तदुपरांत विश्व के 2 महाशक्तियों साम्यवाद रसिया तथा महाशक्ति साम्राज्यवाद अमेरिका के राष्ट्राध्यक्षों को इस वाणी के माध्यम से संबोधित किया कि विश्व विदित आध्यात्मवाद की धरती से सत्य ने ललकारा है, साम्यवाद रसिया व साम्राज्यवाद अमेरिका का वारा न्यारा है।
साम्यवाद रसिया के गुप्तचर एजेंसी के.जे.वी., साम्राज्यवाद अमेरिका के सी.आई.ए. ने इस बात की रिपोर्ट अपने अपने राष्ट्राध्यक्षों दिया जिसके तदउपरांत साम्राज्यवाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन द्वारा 8 महीने की विश्व समीक्षा कर सत्य को स्वीकार तथा सीटी बीटी कानून लागू किया कि अब दुनियां का कोई देश परमाणु बम नही बनायेगा चूंकि परमाणु अस्त्र से मानव का विनाश होगा और अब हम मानव का विनाश नही चाहते।