सरकार के नए क़ानूनों को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किये गए चन्द्रशेखर आज़ाद को ज़मानत मिल गई है। लेकिन कोर्ट ने अगले महीने की 16 फरवरी तक किसी भी प्रकार के विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने से मना किया है। गोन्यूज़ से बात-चीत में भीम आर्मी चीफ ने कहा कि इसके लिए उन्होंने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता क़ानून का विरोध सभी क़ौम के लोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “54 फीसदी दलितों के पास अपनी ज़मीन नहीं है। वो कहां जाएंगे। उन्हें तो डिटेंशन कैंप में रख दिया जाएगा। इसके ख़िलाफ़ हम लड़ेंगे। सन् 1947 में कुछ सियासी लोगों ने देश का बंटवारा किया था। अब देश का बंटवारा नहीं होने देंगे।’’